एक सौ पचास बर्षो से हो रही मारबाडी दुर्गा पूजा,,
माँ दुर्गासबका कल्याण करती है,
सज्जन कुमार गर्ग
प्रसिद्ध सूफी बाबा जमालशाह के नाम पर ही जमालपुर शहर वसा है।इस शहर में प्रसिद्ध सन्तों का पदार्पण हुआ और इन्होने अपनी तप और सिद्धि से लोक कल्याण किया।संतमत के संस्थापकमहर्षि मेंही दासजी महाराज एवं उनके परम शिष्य संतसेवीजी महाराज का भी यहाँ समय-समय पर पर्दापण होता आया है।उस समय जमालपुर एक छोटा सा कस्बा था।सन् 1958 केलगभगमारबाडीं दुर्गा पूजा समिति का गठन कर शारदीय नवरात्र में दुर्गा पूजा महोत्सव किया आयोजन आरंभ किया गया तब से नियमित रुप से दुर्गा पूजा प्रत्येक वर्ष धुमधाम से मनायी जातीहै।स्थानीय मारवाड़ी समुदाय के यागोदान से एक धर्मशाला,दुर्गा स्थान,भगवान नरसिंह मंदिर का निर्माण भी हुआ।कालांतर में यहाँ श्री श्याम बाबा मंदिर, शिव मंदिर,राणी सती दादी मंदिर,माँ शीतला मंदिर का भी निर्माण हुआ।वहीं हाल के दिनों में दुर्गा मंदिर के स्थान पर महामाया शक्तिधाम मंदिर का भी निर्माण हुआ।वर्तमान में श्री मारवाड़ी धर्मशाला प्रबंन्ध कारिणी समिति द्वारा विभिन्न पर्वो का आयोजन धुमधाम से किया जा रहा है।यहाँ मारवाड़ी दुर्गा पूजा समिति द्वारा निरंतर आयोजित की जा रही है। इसमें पूजा समिति के अध्यक्ष शंकर लाल शर्मा,उपाध्यक्ष विष्णु संघई दामोदर शर्मा, गोपाल शर्मा, कमलेश खेतान सहित समाज के लोगों की अहम भगीदारी होती है।यह स्थान काफी विस्तृत है। इसलिए दशहरा, झुलनोत्सव आदि पर्वों पर मेला लगता है।इस मेले में बाहर से मीना बाजार सहित विभिन्न खेलों काआयोजक आते है।जिससे दशहरा का आनंद अविष्वष्नीय हो जाता है।दुर्गा पूजा में नौ दिनो कर्मकांडी पंउितों द्वारा वेदिक एवं शास्त्रों विधि से माँ दुर्गा की पूजा अराधना की जाती है।अष्टमी को निशा पुजा एवं रात्रि जागरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।जिसमें स्थानीय एवं बाहर के कलाकारों द्वारा माँ दुर्गा के भजनों की प्रस्तुति बड़े ही मनोयोग से की जाती है।नवमी के दिन हवन एवं कुमारी कन्या पूजन के उपरांत डांडिया और लोक नृत्य कार्यक्रम होगा,ऐसी मान्यता है कि स्थापित माँ दुर्गा की सच्चे मन से की गयी आराधना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है इस सिद्ध स्थान पर शुद्ध हृदय से माँगी गयी कामना की पूर्ति अवश्य ही होती है।माँ दुर्गा सबका कल्याण करती है समिति केअध्यक्ष शंकर शर्मा मंत्री दामोदर शर्मा संयोजक दिलीप अग्रवाल कोषाध्यक्ष कमलेश खेतान सुनील जालान तथा गोपाल शर्मा ने कहा कि इसबार कोलकाता के पश्चिम बंगाल के कारीगर द्वारा प्रसिद्ध दक्षिणेश्वर मां काली मंदिर के तर्ज पर पंडाल का निर्माण किया जा रहा है पंडाल बनाने में लगभग चार-पांच लाख रुपए का खर्च अनुमानित है,पंडाल 45 फीट ऊंचा और 40 फीट चौड़ा तैयार किया जा रहा है जो आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
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