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आज लगेगा चांद ग्रहण कब तक रहेगा ग्रहण जाने

 


आज लगने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण :
गोड्डा समेत पूरे झारखंड और भारत में होगा दृश्य।

श्रोत पंडित नितेश कुमार मिश्रा

गोड्डा, रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, देवघर, दुमका सहित पूरा झारखंड और भारतभर आज के इस पूर्ण चंद्रग्रहण का साक्षी बनेगा।
यह ग्रहण भारत के अलावा एशिया, पूर्वी अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के कई हिस्सों से भी दिखाई देगा।

चंद्रग्रहण क्या है? (सरल वैज्ञानिक व्याख्या)

जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आकर अपनी छाया चंद्रमा पर डाल देती है, तो उसे चंद्रग्रहण कहते हैं।
यदि चंद्रमा पूरी तरह छाया में आ जाए, तो यह पूर्ण चंद्रग्रहण कहलाता है। इस दौरान चंद्रमा लालिमा लिए हुए दिखाई देता है, जिसे “ब्लड मून” भी कहा जाता है।

चंद्रग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार)

कितने बजे लगेगा चंद्र ग्रहण –

1. रात 8:58 बजे – चंद्र ग्रहण शुरू होगा। इस समय चंद्रमा के एक हिस्से पर पृथ्वी की छाया पड़नी आरंभ होगी।


2. रात 9:57 बजे – आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।


3. रात 11:00 बजे – पूर्ण चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा। इस समय चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की छाया में ढक जाएगा।


4. रात 11:41 बजे – ग्रहण अपने चरम पर होगा। चंद्रमा ठीक पृथ्वी की छाया के मध्य में होगा।


5. रात 12:22 बजे – पूर्ण चंद्र ग्रहण समाप्त होगा और चंद्रमा धीरे-धीरे छाया से बाहर आने लगेगा।


6. रात 1:26 बजे – आंशिक चंद्र ग्रहण का अंत होगा।


7. रात 2:25 बजे – ग्रहण पूरी तरह समाप्त हो जाएगा और चंद्रमा पूर्ण रूप से साफ़ दिखाई देने लगेगा।


पूर्ण ग्रहण की अवधि लगभग 82 मिनट की रहेगी।

सूतक काल (धार्मिक दृष्टिकोण से)

सूतक आरंभ: 7 सितंबर, दिन 11:58 बजे
सूतक समाप्ति: 8 सितंबर, रात 1:26 बजे (आंशिक ग्रहण की समाप्ति तक)

सूतक में वर्जित कार्य

❌ भोजन पकाना और ग्रहण करना
❌ नए कार्य, पूजा-पाठ, मंदिर में प्रवेश

अनुशंसित कार्य

✅ भगवान का नाम-जप, मंत्रोच्चार, ध्यान और शास्त्र-पाठ
✅ ग्रहण उपरांत स्नान, गंगाजल से शुद्धि और दान-पुण्य

गर्भवती एवं अस्वस्थ व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

वैज्ञानिक दृष्टि से सुरक्षित

चंद्रग्रहण को नंगी आँखों से देखना पूरी तरह सुरक्षित है।
यह सूर्यग्रहण की तरह आँखों को हानि नहीं पहुँचाता।
दूरबीन या बाइनोक्युलर से देखने पर दृश्य और भी अद्भुत लगेगा।
अगला सूर्यग्रहण — 21 सितंबर 2025

यह आंशिक सूर्यग्रहण होगा लेकिन भारत से दिखाई नहीं देगा।
इसलिए भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा और किसी धार्मिक परंपरा का पालन आवश्यक नहीं है।

यह ग्रहण केवल न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया (पूर्वी भाग), प्रशांत महासागर और अंटार्कटिका से दिखाई देगा।

7–8 सितंबर 2025 का पूर्ण चंद्रग्रहण गोड्डा सहित पूरे झारखंड और भारत में साफ़ दिखाई देगा।
धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टियों से यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है।
👉 ग्रहण के समय का पूरा विवरण ऊपर सूचीबद्ध है।
👉 अगला सूर्यग्रहण भारत से दृश्य नहीं होगा, इसलिए उसका धार्मिक प्रभाव भी मान्य नही होगा।

पंडित नितेश कुमार मिश्रा


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