पश्चिम सिंहभूम जिला के पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने कमलदेव गिरी हत्या कांड का खुलासा के साथ साथ मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी कर पुलिस का विश्वास दिलाया
कमलदेव की हत्या के के लिए सतीश ने जाहिद को दी थी सुपारी, पुलिस ने बहार के बलिया से सतीश को किया गिरफ्तार
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चर्चित कमलदेव गिरि हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी सतीश प्रधान को पुलिस ने बिहार के बलिया से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस बुधवार को सड़क के रास्ते शहर लेकर पहुंची. इस मामले में पुलिस ने पूर्व में मतिउर और गुलजार को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में सतीश प्रधान और अन्य का भी नाम सामने आया था जिसके बाद पुलिस लगातार सतीश की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि सतीश ने ही कमलदेव की हत्या के लिए जाहिद को सुपारी दी थी. कमलदेव की हत्या के लिए लगभग 6 माह से रेकी की जा रही थी. इसके लिए अब तक सतीश ने जाहिद को लगभग 70 हजार रूपए दिए थे. घटना को अंजाम देने के बाद सतीश जमशेदपुर भाग गया था. वहां से रांची गया और फिर रांची से जमशेदपुर आने के बाद वापस बिहार के बलिया चला गया था. वह लगातार अपना लोकेशन बदल रहा था जिस कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी. अंत में पुलिस ने उसे बलिया से गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि बीते साल दोनों के बीच झगड़ा हुआ था और दोनों जेल गए थे. उस वक्त सतीश की शादी होनी थी जिस कारण वह रोष में था और मन ही मन कमलदेव की हत्या करने का प्लान बना लिया. उसने जाहिद को हत्या की सुपारी दी. जाहिद और उसके साथी राकिब की गिरफ्तारी होने के बाद ही अन्य बातों का भी खुलासा हो जाएगा.
12 नवंबर को शाम छः बजे गिरी राज सेना के संस्थापक कमलदेव गिरी की बम मारकर हत्या कर दी गई थी उस समय से ही इस हत्याकांड के उद्भेदन और हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए लोग आंन्दोलित हो उठे थे तथा इस हत्याकांड के विरुद्ध तीन दिनों तक चक्रधरपुर बंद रहा था।
पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेने के साथ ही उन्होंने एस आईटी का गठन किया और मामले का उद्भेदन करने के साथ इस हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार कर लोगों में पुलिस की छवि को बेहतर बनाने में सफल हुए हैं।
आज पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्त के साथ पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, चक्रधरपुर के एसडीपीओ कपिल चौधरी, आईपीएस अधिकारी सुमित अग्रवाल के साथ चक्रधरपुर के थाना प्रभारी चंद्रशेखर भी उपस्थित थे।
चाईबासा
विनय मिश्रा
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