छात्र – छात्राओं को स्कूल ड्रेस प्रति वर्ष बदलने का स्कूल प्रबंधन नहीं डाले दबावः एसडीओ।
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स्कूल प्रबंधन विद्यालय की पुस्तकों की सूची वेबसाइट पर करें अपलोड, डीईओ/डीएसई कार्यालय को भी समर्पित करें सूची।
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प्रतिमाह अभिभावकों के साथ पीटीएम सुनिश्चित करें स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों की शिकायतों को सुने, समाधान करें।
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सीबीएसई/आइसीएससी बोर्ड एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा – निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करें सभी स्कूल प्रबंधन,नहीं तो होगी कार्रवाई।
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उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी चास सुश्री प्रांजल ढ़ांडा, डीईओ श्री जगरनाथ लोहरा, डीएसई श्री अतुल चौबे ने की बैठक, दिया जरूरी दिशा – निर्देश
उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी चास सुश्री प्रांजल ढ़ांडा ने मंगलवार को समाहरणालय सभागार में जिले के अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों एवं विभिन्न निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) श्री जगरनाथ लोहरा, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री अतुल चौबे, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत विभिन्न प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
अनुमंडल पदाधिकारी ने क्रम वार अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों से विभिन्न स्कूलों से संबंधित समस्याओं, उनके पक्ष को जाना। वहीं, कुछ मामलों में स्कूल प्रबंधनों/प्रतिनिधियों से भी जवाब लिया। उन्होंने अभिभावकों को अपनी शिकायतों को लिखित रूप से जिला स्तरीय समिति के समक्ष रखने को कहा। समिति लिखित रूप से सभी स्कूलों से उन पर उका पक्ष लेगी। सीबीएसई/आइसीएससी/आरटीई एवं राज्य सरकार द्वारा समय – समय पर दिए गए दिशा – निर्देशों का स्कूल प्रबंधन अनुपालन कर रहें हैं या नहीं। इसकी जांच कर डीईओ/डीएसई समिति को प्रतिवेदन समर्पित करेंगे। समिति नियमों की अनदेखी करने पर स्कूल प्रबंधनों के विरूद्ध कार्रवाई करेगी।
बैठक में स्कूल प्रबंधनों द्वारा फीस बढ़ाने के लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार 09 सदस्यीय कमेटी (स्कूल प्रबंधन/अभिभावक आदि) गठित कर उनके समक्ष प्रस्ताव रखने। कमेटी द्वारा सहमति के बाद ही फीस बढ़ोतरी लागू होने की बात कहीं गई।
सभी विद्यालयों को अपने पुस्तकों एवं उसके प्रकाशनों की सूची स्कूल के वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा। किसी भी एक स्टोर/दुकान से पुस्तक/कापी लेने का स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को बाध्य नहीं करेंगे। यह व्यवस्था करें कि स्कूल की पुस्तकें शहर के कम से कम 10 -15 दुकानों में उपलब्ध हो।
एनसीईआरटी की पुस्तकें विद्यालय द्वारा संचालित की जाएं। छात्र – छात्राओं को प्रतिवर्ष ड्रेस बदलने का स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर नहीं डाले दबाव। साथ ही, बच्चों के अवकाश पर रहने का फाइन अविलंब बंद करें स्कूल प्रबंधन।
मौके पर उपस्थित डीईओ एवं डीएसई ने कहा कि प्रबंधन यह ध्यान दें विद्यालयों का संचालन लाभ कामने के उद्देश्य से नहीं किया जाता है। अभिभावकों की समस्या/बातों को सुनने के लिए शिक्षकों का नाम व नंबर सर्वजनिक करें। स्कूल के वेबसाइट के साथ परिसर के बाहर फ्लैक्स/होर्डिंग के माध्यम से अधिष्ठापित करें।
बैठक में इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। जिस पर एसडीओ,डीईओ,डीएसई ने अभिभावक संघ के प्रतिनिधियों एवं स्कूल प्रबंधनों को जरूरी दिशा – निर्देश दिया।
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