पावन नवरात्रि नौ अप्रैल से,देवी का आगमन घोड़े पर,,
सज्जन कुमार गर्ग
जमालपुर।हिंदू धर्म का नवरात्रि बहुत ही पावन और पवित्र पर्व है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी के भक्त व्रत रखते हैं और विधि पूर्वक उनकी पूजा करते हैं।उपयुक्त बाते विद्वान पंडित अनिरुद्ध पाण्डेय 'तांत्रिक' ने बताते हुए कहा कि इसके अलावा नवरात्रि के ये पावन दिन शुभ कार्यों के लिए बेहद ही उत्तम माने जाते हैं। इन दिनों बिना कोई मुहूर्त देखे कई शुभ कार्य किए जाते हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। साथ ही लोग अपने घरों में कलश की स्थापना करते हैं और नौ दिनों तक अखंड ज्योति भी जलाते हैं।उन्होने कहा कि 9अप्रेल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना के साथ होगी। इस दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा हैं,इसी दिन से हिन्दू नव वर्ष का शुभारंभ होगा।इसी दिन कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्र की भी शुरुआत होगी।इसबार मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होगा जबकि वे गज यानि हाथी पर प्रस्थान करेगी।गज पर प्रस्थान करने से इस वर्ष अच्छी वारिश की संभावना मानी जा रही हैं। विद्वान पंडित अनिरुद्ध पाण्डेय 'तांत्रिक'ने बताया कि शारदीय नवरात्र की तरह चैत्र नवरात्र में भी श्रदालु माता का नित्य दिन पाठ करते हैं,और उनकी पूजा अर्चना कर फलाहार करते हैं।नवरात्र पर देवी पूजन और नौ दिनों के व्रत का बहुत महत्व हैं।नवरात्र के नौ दिनों में व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं।इनमें दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को उनका पसंदीदा भोग लगाकर मां का आर्शीवाद पाया जा सकता हैं। पंडित अनिरुद्ध पाण्डेय ने बताय कि अमावस्या आठ अप्रैल,नौ को कलश स्थापना,सत्रह को रामनवमी,तथा विजया दशमीअठारह को मनाया जाएगा।
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