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झारखंड के सरकारी स्कूल के गरीब बच्चे सीबीएसई बच्चों के बराबर होंगे खड़े

झारखंड के सरकारी स्कूल के गरीब बच्चे सीबीएसई बच्चों के बराबर होंगे खड़े

आधुनिक स्कूलों में पढ़ने का सपना संजोए गरीब स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही उन्हें भी एक हाईटेक स्कूल में पढ़ने का मौका मिलेगा। कल्याण विभाग जल्द ही गरीबों के बच्चों के लिए सीबीएसई से अपने विद्यालयों को मान्यता दिलाएगा। जिला योजना के बजट में भी विद्यालय निर्माण की लागत को शामिल किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने कवायद शुरू कर दी है।
सरकार की मंशा है कि वंचित बच्चों को भी अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है। सीबीएसई बोर्ड से इसे मान्यता दी जाएगी। ये विद्यालय पूरी तरह से आवासीय होंगे। स्कूल परिसर में हॉस्टल के साथ कंप्यूटर एवं पुस्तकालय की भी स्थापना की जाएगी। चार रूम सेट की स्थापना होगी। सभी को मुफ्त में शिक्षा मिलेगी। कॉपी, किताब के साथ ही यूनीफॉर्म और भोजन भी मुफ्त मिलेगा।
सभी 'स्कूल ऑफ एक्सिलेंस' को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रणाली के अनुरूप ढाला गया है. स्कूल में निर्बाध बिजली आपूर्ति, स्वच्छ वातावरण और स्मार्ट बोर्ड जैसी अन्य सुविधाएं होंगी. इन स्कूलों का विकास निजी स्कूलों के मॉडल पर किया गया है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा निजी स्कूलों की तरह मिल सके. इसे देखते हुए हर स्कूल में अलग-अलग लैब, लाइब्रेरी और एसटीईएम लैब भी उपलब्ध हैं.
पहले स्कूलों में साफ-सफाई और शौचालय की सुविधा के अभाव में लड़कियों के स्कूल छोड़ने की दर अधिक थी. इस मुद्दे को हल करने के लिए सरकार ने सभी स्कूल परिसरों को लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए अलग- अलग शौचालय सुविधाओं से लैस करने की योजना बनाई है. पहले चरण में बोकारो, चतरा और देवघर को 3- 3 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसके अलावा धनबाद को 03, दुमका को 04, गढ़वा को 03, गिरीडीह को 04, गोड्डा को 03, गुमला को 03, हजारीबाग को 04, जामताड़ा को 03, खूंटी को 03, कोडरमा को 03, लातेहार को 04, लोहरदगा को 03, पाकुड़ को 03, पलामू को 03, पश्चिमी सिंहभूम को 04, पूर्वी सिंहभूम को 03 और रामगढ़ को 03 उत्कृष्ट स्कूल मिलेंगे. इसी तरह रांची को 05, साहिबगंज को 04, सरायकेला खरसावां को 03 और सिमडेगा को 03 स्कूल मिलने वाले हैं.
इस योजना के तहत पूरे राज्य में कुल 4496 स्कूल खोले जाएंगे. पहले चरण में 80 स्कूल का उद्घाटन हुआ है. सभी स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त हैं. विभाग के द्वारा विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है.जिन 80 सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय पहले चरण में बनाया गया है, उस पर काम नवंबर 2021 में शुरू हुआ था. दिल्ली की तर्ज पर राज्य सरकार सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट  बनाई हैं.  इसमें तहत पढ़ाई से लेकर खेलकूद की सामग्री और शिक्षकों के लिए रूम बनाए गए हैं।
छात्रों के अंग्रेजी उच्चारण के अभ्यास और उनकी पढ़ने की क्षमता में सुधार करने के लिए पाठ्य पुस्तकों, कहानी की किताबों, लेखों आदि का उपयोग पठन सामग्री के रूप में किया जाएगा. इन मॉडल स्कूलों में सीखने के परिणामों में सुधार के लिए एक समर्पित भाषा प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी और इसका उपयोग समीक्षा तंत्र उपकरण के रूप में भी किया जाएगा।                                   खबर ताशफीन मुर्तजा की रिपोर्टर करंट खबर न्यूज

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