Translate

कुपोषित बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए चलेगा अभियान : डीएम

 



हाजीपुर(वैशाली)छः वर्ष से कम उम्र का कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं रहे, इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष में आईसीडीएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बिहार सरकार से प्राप्त निर्देश के आलोक में कहा गया कि वैशाली जिला के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से उनके पोषक क्षेत्र में कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं रहे इसके लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया।जिलाधिकारी ने कहा कि सर्वप्रथम वैसे सभी बच्चों को चिन्हित कर ऐप के माध्यम से उनका प्रोफाइलिंग करें और अतिकुपोषित (सैम) तथा अल्प कुपोषित (मैम) की दो श्रेणियाँ बनायें। इसके लिए अगले चार दिनों तक अभियान चलाकर इसे चिन्हित कर लेने का समयावधि निर्धारित किया गया।मोटे तौर पर एक आवकलन के अनुसार जिला में 10098 सैम बच्चे एवं 14085 मैम बच्चे हैं परन्तु इसका भौतिक रूप से सत्यापन करने का निर्देश सभी सीडीपीओ को दिया गया।जिलाधिकारी ने कहा कि भौतिक रूप से सैम एवं मैम का सत्यापन सीडीपीओ स्वयं करेंगी।उन्होंने कहा कि मैं खुद एक-एक बच्चें को (विका) हाजीपुर में बुलाकर देखूँगा।चिन्हित किये गये बच्चों को निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए एएनएम / सेविका / सहायिका के द्वारा विटामिन्स एवं संतुलित भोजन का प्रबंध अगल से कराकर प्रतिदिन उनके ग्रोथ की मोनेटरिंग की जाएगी।जिलाधिकारी के द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों पर वजन मापी मशीन रखने एवं सभी बच्चों का पोषण कार्ड देने का निर्देश दिया गया।इसके पश्चात जिलाधिकारी के द्वारा अपना आंगनवाड़ी अपना पोषण की समीक्षा की गयी।इसके लिए पूर्व में निर्देश दिया गया था जिसके तहत आंगनवाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध जमीन में सहजन सहित साग-सब्जी लगाने और बच्चों के लिए भोजन में उसका उपयोग करने का निर्देश दिया गया था।समीक्षा बैठक में बताया गया कि जिला में तीन हजार से अधिक आंगन बाड़ी केन्द्र है जिसमें 565 केन्द्र का अपने भवन में संचालित हो रहे हैं और वहाँ सभी जगह पोषण वाटिका लगायी गयी है।जिलाधिकारी ने कहा कि प्राईवेट भवन में चल रहे केन्द्रों पर भी पोषण वाटिका लगायी जाय या रूफ फार्मिंग की व्यवस्था करायी जाय।कम जगह में कैसे यह सम्भव हो इसके लिए आज ही सभी सीडीपीओ को कृषि विज्ञान केन्द्र भेजा गया ताकि नर्सरी के विषय में अपेक्षित जानकारी उपलब्ध हो जाय।सभी आंगनवाड़ी का अपना भवन हो इसको लेकर जिलाधिकारी के द्वारा अंचलाधिकारियों से समन्वय बनाकर जमीन चिन्हित करने का निर्देश सभी सीडीपीओ को दिया गया था जिसकी प्रगति की समीक्षा की गयी और इस कार्य में नीचे से तीन स्थान पर रहने वाली सीडीपीओ से स्पष्टीकरण करने का निर्देश डीपीओ आईसीडीएस को दिया गया।बैठक में जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्त्ता श्री विनोद कुमार सिंह भी उपस्थित थे।

साथ में फोटो

Post a Comment

0 Comments