विधानसभा में आज पेश होगा वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट, क्या है संकेत और आकांक्षाएं यहां देखिये पूरी डिटेल
*रांची :* झारखंड विधानसभा में कल यानी 3 मार्च को वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगे। अनुमान के अनुसार, इस बार बजट के आकार में 7 से 10 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है, जिससे इसका कुल आकार लगभग डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। पिछले पांच वर्षों के बजट को देखें तो हर साल वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2024-25 में झारखंड का बजट 1,28,900 करोड़ रुपये था, जबकि इस साल इसे बढ़ाकर और भी व्यापक बनाया जा सकता है। इस बार सरकार ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, और शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है।
*महिला एवं बाल विकास को मिलेगा अधिक फंड*
नई योजनाओं और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, आगामी बजट में महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए अधिक धनराशि आवंटित की जा सकती है। खासतौर पर 'मंईयां सम्मान योजना' के चलते इस विभाग को अतिरिक्त फंड मिलने की संभावना है। राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वर्ष 2001 में मात्र 32,000 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 4.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। आगामी वित्त वर्ष में इसमें 9.5 से 10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।
*स्वास्थ्य और शिक्षा में बड़ा निवेश*
झारखंड सरकार ने बीते कुछ वर्षों में स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में भारी निवेश किया है:
स्वास्थ्य बजट 169.09 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,223 करोड़ रुपये हो गया।
शिक्षा बजट 915.36 करोड़ रुपये से बढ़कर 14,725 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
चुनौतियां और आगे की योजनाएं
सरकार का लक्ष्य झारखंड को और अधिक सशक्त बनाना है। इसके लिए:
- स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं को हर नागरिक तक पहुंचाने पर जोर रहेगा।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।
- कृषि, पशुपालन, पेयजल जैसी बुनियादी जरूरतों पर फोकस किया जाएगा।
पिछले पांच सालों में बजट का आकार
- 2020-21: 86,370 करोड़ रुपये
- 2021-22: 91,277 करोड़ रुपये
- 2022-23: 1,01,101 करोड़ रुपये
- 2023-24: 1,16,418 करोड़ रुपये
- 2024-25: 1,28,900 करोड़ रुपये
इस साल का बजट झारखंड की अर्थव्यवस्था को और रफ्तार देगा या नहीं, यह तो आगामी घोषणाओं के बाद ही स्पष्ट होगा, लेकिन अब तक के संकेत एक बड़े और विकासोन्मुखी बजट की ओर इशारा कर रहे हैं।
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