Translate

जमालपुर ईदगाह मे बकरीद त्योहार पर अदा की नमाज,,बलिदान देने का प्रतीक बकरीदका त्योहार,.मौलाना

जमालपुर ईदगाह मे बकरीद त्योहार पर अदा की नमाज,,
बलिदान देने का प्रतीक बकरीदका त्योहार,.मौलाना

सज्जन कुमार गर्ग 
जमालपुर। लोहनगरी जमालपुर के केशोपुर स्थित ईदगाह मे मौलाना मोजाहिर आलम ने परिसर मे खचाखच भरे पूरे मुस्लिम समुदाय के लोगो के बीच उदगार व्यक्त करते हुए कहा बकरीद बलिदान देने का प्रतीक है,उन्होंनेकहा कि बकरीद एक इंसान को दूसरे इंसान व संपूर्ण मानव जीवन के लिए बलिदान देने का प्रतीक है. किसी भी मनुष्य को घमंड, लालच और द्वेष रहित होकर अपने जीवन को रब के आगे समर्पित कर देना ही असली कुर्बानी है. आपसी समरसता व भाईचारे के माहौल में कुर्बानी का त्योहार मनाना हम सबका दायित्व है.

जज्बा ए कुर्बानी जिस समाज में पाया जाता है, वह तरक्की करता है : मौलाना ने कहा कि बकरीद का पर्व लोगों को इस बात का संदेश देता है कि हर इंसान को किसी न किसी मौके पर चाहत की कुर्बानी देनी चाहिए. जानवर की कुर्बानी देना आसान है, लेकिन चाहत की कुर्बानी देना मुश्किल है और जो चाहत की कुर्बानी देता है, वह कामयाब है. उन्होंने कहा कि इस त्योहार को आपसी भाईचारे के साथ मनायें. वहीं कोई ऐसा काम न करें, जो दूसरों को तकलीफ पहुंचाये. मजहबे इस्लाम में तकलीफ देकर इबादत करने को सही नहीं माना गया है. उन्होंने ने कहा कि जज्बा ए कुर्बानी जिस समाज में पाया जाता है, वह समाज तरक्की करता है. हमारा हिंदुस्तान एकता का प्रतीक है और इस एकता को मजबूती प्रदान करना हर हिंदुस्तानी का फर्ज है. यही कारण है कि हमारे पर्व में मुसलमान के साथ-साथ सभी भारतवासी हमारा हिस्सा बनते हैं.मौके पर सुरक्षा व्यवस्था की कमान प्रखंड विकास पदाधिकारी नंदकिशोर,आदर्श थानाध्यक्ष राकेश कुमार,एसआई कुमारी अंशु सहित सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात थे,वही चौक चौराहे पर जहा सशस्त्र पुलिस बल के जवान पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व मे तैनात थे, वही केशोपुर स्थित ईदगाह,बलीपुर मस्जिद,जो बाजार, स्टेशन रोड स्थित मस्जिद मे दंडाधिकारी के नेतृत्व मे पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।इधरवलीपुर मस्जिद में मौलाना हाफिज फययाज के द्वारा नमाज अदा करवाई गयी,उन्होने कहा अमन चैन सुख शांति की दुआ मांगी,वही जरूरतमंद  को बकरीद मे शामिल करने की अपील की।मुस्लिम समुदाय के लोग बकरीद के दिन नए कपड़े पहनते हैं, नमाज पढ़ते हैं बकरीद की मुबारकबाद देते दिखाई दिए,वही बकरीद पर तरह-तरह के पकवान बनाए गए, जिसमें मीठी सेवइयां बनाई गई और सबई खाने खिलाने का सिलसिला देर संध्या तक लगा रहा।कुर्बान किया हुआ बकरा तीन भागो मे बांटा जाता है,जमालपुर। बकरीद के दिन जिस बकरे की कुर्बानी दी जाती है उसे तीन भागो मे बांटा जाता है इसमे से पहला भाग घर परिवार के लिए दुसरा हिस्सा किसी दोस्त या फिर करीबी को दिया जाता है और तीसरा हिस्सा किसी गरीब या जरूरतमंद को दिया जाता हैं।

Post a Comment

0 Comments