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ग्रामीण दीदी पशु पालन कर बन रही "आत्मनिर्भर"

गूंजन आनंद 
ब्यूरो/ पाकुड़/ लिट्टीपाड़ा
प्रखण्ड क्षेत्र के बड़ाघाघरी पंचायत जोजोबस्ती गांव के रहने वाली जालियां मालतो दीदी कमलफूल सखी मंडल समूह से जुड़ कर 10 रुपया बचत करती है और अपना परिवार का रोजी रोटी चलाने के लिए थोड़ा बहुत खेती और पति सुंदरा पहाड़िया दोनो मजदूरी का काम कर के चलाती थी दीदी बोली दो साल पहले हम समूह से 10000 (दस हजार रूपए) लोन ले कर 4 बकरी खरीदे जिससे अभी तक हम 58000 रुपया का 11 बकरी, बकरा बेच कर मुनाफा कमा चुके है और अभी मेरे पास 8 बकरी 3 बकरा 4 मेमने है कुल मिला कर 15 बकरी बकरा है और 39 मुर्गी। 


दीदी का बकरी, मुर्गी स्वस्थ रहने और बकरी मेमना देने के बाद खुशी जाहिर करते हुए दीदी बोली जेएसएलपिएसके बीपीएम हितेंद्र चौबे ,एफटीसी स्लेस्टिना मुर्मू जीआरसी कोरडीनेटर उमेश साह और पशुसखी दीदी को बहुत धन्यवाद दिया! पशुसखी दीदी समय से कृमि नाशक, टीकाकरण करने से अब बिमारी नही होता है।
पहले हम सभी गांव के दीदीयो को बकरी, मुर्गी पालन करने से डर लगता था कि बिमारी आने से सभी बकरी, मुर्गी का मृत्यु हो जायेगा और हम लोगो का नुकसान हो जायेगा 
अब हमे पशु पालन से कोई डर नहीं है और अभी के भाती आगे और जादा से जादा बकरी, मुर्गी और बत्तख पालन करेंगे!

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