Translate

साइबर अपराध में फंसना नहीं है, सतर्क रहना हैः उपायुक्त

साइबर अपराध में फंसना नहीं है, सतर्क रहना हैः उपायुक्त

========================

अगर बेटियों से अनजाने में गलती हो तो छुपाएं नहीं... स्वीकार करें, अभिभावक या शिक्षक को बताएं – व्यक्तित्व रहेगा पवित्र

========================

गलती होना बड़ी बात नहीं है... गलती छिपाना बड़ी बात होती है, एक गलती को छिपाने के लिए कई गलतियां करनी होती है, जीवन में कोई शार्ट कट नहीं लेना है

======================== 

मुख्यालय डीएसपी श्री अनिमेष गुप्ता समेत अन्य ट्रेनरों ने साइबर ठगी क्या है, कैसे – किन माध्यमों से होता है विस्तार से बताया, डायल 1930 एवं www.cyber.gov.in की दी जानकारी

========================

जिला परिषद सभागार में बेटी बचाओं – बेटी पढ़ाओं योजना अंतर्गत एक दिवसीय साइबर फ्राड एवं सुरक्षा पर कार्यशाला का आयोजन, डीडीसी, जिला परिषद अध्यक्ष, अपर समाहर्ता, एसडीओ, डीएसडब्ल्यूओ आदि हुए शामिल

========================

जिला परिषद सभागार में जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” योजना अंतर्गत एक दिवसीय साइबर फ्रॉड एवं साइबर सुरक्षा विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त (डीसी) श्री अजय नाथ झा, जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती सुनीता देवी, उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्रीमती शताब्दी मजूमदार आदि ने उपस्थित छात्राओं, सभी सीडीपीओ/महिला पर्यवेक्षिकाओं को संबोधित करते हुए साइबर अपराध से बचाव के उपाय बताए और सतर्क रहने की अपील किया।

गलती छुपाना नहीं, स्वीकार करना ही सही रास्ता

मौके पर उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि “अगर कोई गलती अनजाने में बेटियों से हो जाती है, तो उसे छुपाना नहीं चाहिए। उसे स्वीकार करना चाहिए और तुरंत अपने अभिभावक या शिक्षक को बताना चाहिए। ऐसा करने से आपका व्यक्तित्व हमेशा पवित्र बना रहेगा।”

उन्होंने कहा कि जीवन में गलती होना स्वाभाविक है, लेकिन उसे छुपाना गंभीर परिणाम ला सकता है। एक गलती छुपाने के लिए कई गलतियां करनी पड़ती हैं और यह जीवन में सही राह से भटका सकता है। जीवन में कभी भी शॉर्टकट की प्रवृत्ति नहीं अपनानी चाहिए। 

वर्तमान समय में मोबाइल के बिना इस्तेमाल के नहीं रहा जा सकता है, ऐसे में साइबर फ्राड में फंसना नहीं है, सतर्क रहना है। एआइ के युग में हमें और ज्यादा सतर्कता बरतनी है। किसी भी तरह की सामग्री जिससे निजता प्रभावित होती है, उसे शेयर नहीं करना है, साफ इंकार कर देना है। 

उपायुक्त ने बेटी हो बधाई हुई है... के कार्यक्रम संबंध में भी बेटियों – सीडीपीओ/एलएस को अवगत कराया। कहा कि अपने आस – पास में अगर कहीं बेटी का जन्म हो तो, उनके अभिभावक को गुलदस्ता देकर/मिठाई खिलाकर सम्मानित करें। आज बेटा – बेटी में कोई भेद नहीं है। दोनों को सामान अधिकार है, दोनों को सामान अवसर मिलना चाहिए।  

साइबर ठगी के तरीके और बचाव की दी जानकारी

कार्यशाला में मुख्यालय डीएसपी श्री अनिमेष गुप्ता और अन्य प्रशिक्षकों श्री रविंद्र कुमार, महिला थाना प्रभारी आदि ने साइबर अपराध के प्रकार, उसके माध्यम और रोकथाम पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साइबर ठगी मोबाइल कॉल, सोशल मीडिया, ई-मेल और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म के जरिए हो सकती है। ऐसी किसी भी घटना में तुरंत डायल 1930 या www.cyber.gov.in पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए, ताकि समय रहते नुकसान को रोका जा सके।

उप विकास आयुक्त ने साझा किया अपना अनुभव

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्रीमती शताब्दी मजूमदार ने अपने संबोधन में अपने साथ घटित एक साइबर फ्रॉड मामले का उदाहरण सबों के बीच साझा किया और कैसे उन्होंने इससे बचाव किया बताया। कहा कि ऐसे मामलों में घबराने के बजाय उपलब्ध सुरक्षा माध्यमों का इस्तेमाल करना चाहिए। अपने अभिभावक – विद्यालय के शिक्षक के समक्ष बात रखें। साइबर थाना - थाना को घटना की त्वरित जानकारी दें। 

 बेटियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना उद्देश्य

मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता ने बताया कि यह कार्यशाला “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत आयोजित की गई, जिसमें कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राएं, सभी बाल विकास कार्यक्रम पदाधिकारी (सीडीपीओ), महिला पर्यवेक्षिका (एलएस) आदि शामिल हुए। इसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक और सतर्क रहने के लिए किया गया। आगे यह कार्यक्रम जिले के विभिन्न विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में किया जाएगा। 

नशा मुक्ति अभियान के पांच वर्ष होने पर दिलाई शपथ

मौके पर उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने नशा मुक्ति अभियान के पांच वर्ष पूरे होने पर उपस्थित सभी प्रतिभागियों को नशा मुक्त समाज गठन को लेकर नशा मुक्ति का शपथ दिलाया। कहा कि... युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं तथा युवाओं की शक्ति समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते है। अतः यह अति आवश्यक है कि नशामुक्त भारत अभियान में सर्वाधिक संख्या में युवा जुड़े। देश की इस चुनौती को स्वीकार करते हुए हम आज नशामुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत एक जुट होकर प्रतिज्ञा करते हैं कि न केवल समुदाय, परिवार, मित्र, बल्कि स्वयं को भी नशामुक्त कराएँगे, क्योंकि बदलाव की शुरूआत अपने आप से होनी चाहिए। इसलिए आइए हम सब मिलकर अपने जिलें / राज्य (झारखण्ड) को नशामुक्त कराने का दृढ़ निश्चय करें। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि अपने देश को नशामुक्त करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर सम्भव प्रयास करूँगा। जय हिन्द, जय झारखंड।  उपस्थित सभी ने इसका दोहराव किया।

मौके पर अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास सुश्री प्रांजल ढ़ांडा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत, जेएसएलपीएस, सहयोगिनी एवं पीएमयू टीम के सदस्य आदि उपस्थित थे। 

Post a Comment

0 Comments