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समाहरणालय में आयोजित जनता दरबार में 36 से ज्यादा मामलों पर उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने की सुनवाई दिया जरूरी दिशा – निर्देश

दुर्घटनाग्रस्थ ठेका श्रमिकों के स्वास्थ्य लाभ की जिम्मेवारी लेना बीएसएल प्रबंधन की नैतिक जिम्मेवारी

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प्लांट में कार्यरत स्थायी - ठेका कर्मी सभी बीएसएल परिवार का हिस्सा, बीएसएल प्रबंधन कार्रवाई तय करें, बनाएं स्पष्ट नीति 

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जनता दरबार में पहुंचें श्रमिकों एवं उनके परिजनों ने उपायुक्त के समक्ष रखी अपनी व्यथा, संबंधित पदाधिकारी को दिया जरूरी निर्देश

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आम आदमी के साथ अच्छा व्यवहार करें सभी अधिकारी – कर्मी, उनसे बात कर उनकी समस्याओं का करें समाधान

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कोयला डस्ट की ढ़ुलाई करने वाले वाहन चालक, वाहनों पर तिरपाल ढ़कें, डीएमओ – डीटीओ करें सुनिश्चित

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समाहरणालय में आयोजित जनता दरबार में 36 से ज्यादा मामलों पर उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने की सुनवाई दिया जरूरी दिशा – निर्देश

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समाहरणालय परिसर में प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाले जनता दरबार में आज कुल 36 से अधिक मामलों पर सुनवाई की गई। इनमें बीएसएल (बोकारो स्टील प्लांट) में कार्यरत ठेका श्रमिकों से संबंधित मामले भी शामिल रहे। जिन्होंने दुर्घटना के बाद समुचित उपचार - आर्थिक सहायता का अभाव, परिवार के भरण – पोषण की समस्या आदि की शिकायत उपायुक्त श्री अजय नाथ झा के समक्ष रखी। 

ठेका श्रमिक स्टेशन रोड कुर्मीडीह निवासी रघुनाथ गोरांई, मुकेश कुमार की मां धनपति देवी ने बताया कि बीएसएल के ठेका कंपनियों के माध्यम से प्लांट में कार्य करने के दौरान वह दुर्घटनागस्त हो गएं। रघुनाथ का दोनों पैर कट गया है। वहीं, मुकेश कुमार की मां धनपति देवी ने बताया कि मुकेश के आंखों की रौशनी चली गई है। दोनों के द्वारा बताया गया कि घटना के समय कंपनी द्वारा जो तय किया गया, उसका अनुपालन नहीं हो रहा है। उन्हें लंबे समय तक इलाज की जरूरत है, लेकिन संबंधित कंपनी किसी भी तरह की सहायता देने में आनाकानी कर रही है। उधर, पैर व आंख से दिव्यांग हो जाने के कारण परिवार के समक्ष भरण – पोषण की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। 

इस पर उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने गंभीर रुख अपनाते हुए कहा कि बीएसएल में कार्यरत कोई भी कर्मी – चाहे वह स्थायी हो या ठेका श्रमिक – बीएसएल परिवार का हिस्सा है। ऐसे में किसी भी दुर्घटना की स्थिति में उसका इलाज कराना और उसका साथ देना प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी है।

उपायुक्त ने ऐसे मामलों का संवेदनशीलता से निष्पादन के लिए बीएसएल प्रबंधन को इस दिशा में कार्रवाई करने एवं एक स्पष्ट नीति बनाने को कहा। ताकि सभी कर्मियों को यह भरोसा मिल सके कि संकट की घड़ी में संस्थान उनके साथ खड़ा है। उन्होंने दोनों मामलों की जांच एवं बीएसएल प्रबंधन से इस बाबत पत्राचार करने के लिए डीपीएलआर श्रीमती मेनका एवं अनुमंडल पदाधिकारी चास सुश्री प्रांजल ढ़ांडा को निर्देशित किया है। 

वहीं, जिला प्रशासन की ओर से दोनों दिव्यांग ठेका श्रमिकों की क्या सहायता की जा सकती हैं, किन कल्याणकारी योजनाओं से अच्छादित किया जा सकता है, इस बाबत जरूरी निर्देश दिया एवं सप्ताह भर में इसे सुनिश्चित करने को कहा। 

आम लोगों की समस्याओं पर अधिकारी – कर्मी रहे संवेदनशील

जनता दरबार में उपायुक्त ने विभिन्न मामलों की सुनवाई के क्रम में कहा कि प्रखंड व जिला स्तर के अधिकारी सुनिश्चित करें कि आपका व्यवहार आम जनता के प्रति विनम्र, संवेदनशील और सहयोगात्मक होना चाहिए। जब कोई नागरिक/प्रतिनिधि समस्या लेकर आता है, तो उसे सुना जाना चाहिए और यथासंभव समाधान भी तत्परता से किया जाना चाहिए।

कोयला डस्ट ढुलाई वाले वाहनों पर तिरपाल ढ़कना अनिवार्य 

जनता दरबार में जन स्वास्थ्य से जुड़े एक गंभीर मुद्दा भी सामने आया। शिकायतकर्ता ने बालीडीह – स्टेशन रोड/सिवनडीह क्षेत्र में बताया कि कोयला डस्ट ढुलाई कर रहे भारी वाहनों से उड़ती डस्ट से आम नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है, विशेषकर स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इससे दो – चार पहिया वाहन चालकों को भी काफी परेशानी हो रही है। 

मौके पर उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) और जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) को निर्देश दिया कि वे सभी वाहनों पर तिरपाल कवर करना सुनिश्चित करें। यदि कोई वाहन खुले में कोयला ढुलाई करता पाया जाए तो उस पर कड़ी कार्रवाई करें।

जनता दरबार पहुंचे वृद्ध को दिलाई गई दवा

जनता दरबार पहुंचें माराफारी निवासी श्री सकल देव सिंह ने उपायुक्त से बल्ड प्रेशर (बीपी) का दवा नहीं मिलने की शिकायत की। इस पर उन्होंने तुरंत सदर अस्पताल प्रबंधन को दवा उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि आपको प्रतिमाह दवा उपलब्ध हो जाएगा। इस पर उन्होंने उपायुक्त का आभार जताया।  

विभिन्न विभागों से संबंधित रही शिकायतें

जनता दरबार में जिन विषयों से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए। उनमें प्रमुख रूप से भूमि अतिक्रमण, जमीन पर अवैध कब्जा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सिविल सर्जन कार्यालय, बीएसएल, जिला कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी चास, भू-अर्जन, राजस्व, जिला शिक्षा पदाधिकारी आदि शामिल रहा।

जनता दरबार में डीपीएलआर निदेशक श्रीमती मेनका, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रवि कुमार, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।

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