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मौक ड्रिल कर के छात्राओं एवं शिक्षिका एवं रसोई कर्मी सहित अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया।

मो० शबा की रिपोर्ट 

तेनुघाट ---- जवाहर नवोदय विद्यालय तेनुघाट में अग्निशमालय पदाधिकारी अखिलेश पासवान, राजेश कुमार वर्णवाल एवं गुप्त चरण बेड़ियां के द्वारा अग्नि संबंधित दुर्घटना या एल पी जी गैस लीक होने के वजह से आग लगना या विस्फोट होने पर आग लगना इन सब से कैसे बचाव हो उसको लेकर कैसे खुद बचा जाए और लोगों को बचाया जाए इससे संबंधित मौक ड्रिल कर के छात्राओं एवं शिक्षिका एवं रसोई कर्मी सहित अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर अचानक आग लगने की घटना होने पर अग्निकांड से बचने व नुकसान रोकने के लिए अग्निशमन विभाग के अधिकारी अखिलेश पासवान व कर्मचारियों द्वारा स्कूली बच्चों को मॉक ड्रिल कर बच्चों को आग बुझाने के तरीकों को समझाया। इस दौरान बताया गया किस तरीके से प्रयास करने पर आग पर काबू पाया जा सकता है। मौके पर अग्निशमन पदाधिकारी अखिलेश पासवान ने स्कूल के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों को अग्नि सुरक्षा व बचाव का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया। वहीं स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल पी पांडेय ने इस प्रशिक्षण की आवश्यकता और महत्व के बारे में बताया और कहा कि इस प्रशिक्षण द्वारा विद्यालय के सभी छात्र व कर्मचारी अपनी सुरक्षा के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा के गुर सीखेंगे। वंही इस दौरान अग्निशमन विभाग की टीम ने सभी प्रशिक्षुओं को एलपीजी गैस सिलेंडर से होने वाली दुर्घटना और उसके तात्कालिक नियंत्रण चरणबद्ध तरीके से प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आपदा प्रबंधन के सदस्यों ने इस मोक ड्रिल में सक्रिय सहभागिता निभाई। वंही कार्यक्रम के दौरान अग्निशमन दल ने छात्रों एवं विद्यालय स्टाफ को आग लगने के संभावित कारणों जैसे बिजली का शॉर्ट सर्किट, गैस रिसाव, असावधानी पूर्वक ज्वलनशील वस्तुओं का प्रयोग आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों क आग लगने की प्रक्रिया, उससे होने वाले नुकसान और उससे बचाव के उपायों को सरल एवं प्रभावी ढंग से समझाया। इसके पश्चात फायर ब्रिगेड अधिकारी द्वारा गैस सिलेंडर में आग लगने की स्थिति में प्राथमिक उपायों का लाइव डेमो के माध्यम से स्थानीय एवं सहज रूप से उपलब्ध वस्तुओं से आग पर काबू पाने के बारे में दिखाया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने “आग बुझाने के यंत्र” के सही उपयोग की प्रक्रिया को चरणबद्ध रूप से प्रदर्शित किया और सभी को इसके उपयोग में आने वाली सावधानियों से अवगत कराया।

इस दौरान बताया कि आग लगने पर लिफ्ट की बजाय सीढि़यों का ही प्रयोग करें।उन्होंने ये बताया कि आग लगने जैसी आपातकालीन स्थिति में दमकल विभाग के हेल्प लाइन नंबर 101 और 112 पर कॉल करके सूचना दें। घबराएं नहीं, धैर्य से काम लें। इस प्रायोगिक अभ्यास में विद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अग्नि सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों को गंभीरता से सुना और स्वयं भी “आग बुझाने के यंत्र” का प्रयोग कर इसका अभ्यास किया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक गण ने अग्निशमन दल को विद्यार्थियों को इस आपदा प्रबंधन के गुर सीखाने और उन्हे विस्तृत तरीके से समझाने के लिए आभार प्रकट किया और कहा की आपदा प्रबंधन की ये ट्रेनिंग निश्चित रूप से आपत कालीन स्तिथि में विद्यार्थियों के काम आएगी, जिससे वे अपना और दूसरों का बचाव कर पाएंगे।

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