आहर्ता नहीं रखने वाले कार्डधारी, स्वयं करें राशन कार्ड सरेंडर – नहीं तो होगी कार्रवाईः डीडीसी
==========================
संबंधित कार्डधारी को नोटिस जारी कर ग्राम सभा में नामों की घोषणा कर राशन कार्ड से नाम विलोपित करें
==========================
मुख्यमंत्री दाल भात केंद्रों में साफ – सफाई रखें सुनिश्चित, निरीक्षण क्रम में अधिकारी केंद्रों का करें औचक निरीक्षण
==========================
जविप्र दुकानों में खाद्यान्न वितरण/ खाद्यान्न स्टाक का रजिस्टर में करें संधारण, बीएसओ – एमओ करें इसकी सतत निगरानी
==========================
समाहरणालय स्थित सभागार में उप विकास आयुक्त श्रीमती शताब्दी मजूमदार ने की खाद्य आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक, दिया जरूरी दिशा – निर्देश
गुरुवार को समाहरणालय स्थित सभागार में उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्रीमती शताब्दी मजूमदार की अध्यक्षता में खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि जिले में ऐसे सभी राशन कार्डधारी जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एमएफएसए)/ग्रीन राशन कार्ड आदि की आहर्ता पूरी नहीं करते, वे स्वयं स्वेच्छा से अपना राशन कार्ड सरेंडर करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई अपात्र कार्डधारी समय रहते स्वेच्छा से कार्ड नहीं लौटाता हैं, तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम सभा में कार्डधारियों का नाम सार्वजनिक कर करें विलोपित
डीडीसी ने सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपात्र लाभुक या जिन्होंने पिछले 06 से 12 माह तक खाद्यान्न का उठाव नहीं किया है उनकी पहचान सुनिश्चित करते हुए उनके नामों की ग्राम सभाओं में घोषणा करें, और निर्धारित प्रक्रिया के तहत उनके नाम राशन कार्ड से विलोपित करें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि पात्र एवं जरूरतमंद परिवारों को ही योजना का लाभ मिले। अपात्र लोगों के कारण कई वंचित लोग लाभ से दूर हैं, जिसे तत्काल दुरुस्त किया जाना जरूरी है।
मुख्यमंत्री दाल-भात केंद्रों में स्वच्छता जरूरी, औचक निरीक्षण करें
डीडीसी ने जिले में संचालित मुख्यमंत्री दाल - भात केंद्रों में स्वच्छता को लेकर जरूरी दिशआ – निर्देश दिया। उन्होंने क्षेत्र भ्रमण के दौरान केंद्रों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। वहीं, केंद्र संचालकों को आमजनों को गुणवत्तापूर्ण भोजन सुनिश्चित करने की बात कहीं। कहा कि दाल-भात केंद्र जरूरतमंदों एवं श्रमिक वर्ग के लिए संचालित कल्याणकारी योजना है, ऐसे में इन केंद्रों की कार्यप्रणाली पर सतत निगरानी जरूरी है।
पारदर्शिता जरूरी – वितरण/स्टॉक पंजी का नियमित हो संधारण
बैठक में डीडीसी ने कहा कि जन वितरण प्रणाली (जविप्र) दुकानों में खाद्यान्न वितरण संबंधित सभी अभिलेख – वितरण पंजी, स्टॉक पंजी आदि का विधिवत, अद्यतन एवं स्पष्ट संधारण करना जरूरी है। भले सभी कार्य आन लाइन निष्पादित हो रहा है। बावजूद अलग – अलग पंजी में प्रतिदिन संधारण होना चाहिए। उन्होंने सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (बीएसओ)/ विपणन पदाधिकारी (एमओ) को इसके लिए सतत निगरानी करने एवं जविप्र दुकानदारों को निर्देशित करने को कहा।
पीजीएमएस पोर्टल पर लंबित मामलों का करें निष्पादन
डीडीसी ने समीक्षा क्रम में पीजीएमएस पोर्टल पर लंबित आवेदनों के निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया। कहा कि 534 प्राप्त आवेदनों में से 421 आवेदनों का निषअपादन हुआ है। अभी भी 113 आवेदन लंबित है, इसे भी जल्द निष्पादित करें। साथ ही, राशन कार्डधारियों के ई-केवाईसी कार्य को भी शत प्रतिशत पूरा करने को कहा, ताकि किसी भी जरूरतमंद का नाम राशन कार्ड से नहीं कटें। चंद्रपुरा एवं नावाडीह प्रखंड को इस पर विशेष ध्यान देने को कहा।
पैक्स मिलर को अविलंब कराएं शेष धान उपलब्ध
वहीं, वित्तीय वर्ष 24 - 25 धान अधिप्राप्ति को लेकर भी समीक्षा किया। जिसमें कसमार प्रखंड के मुरहुलसुदी, मधुकरपुर एवं पोटसो पैक्सों से धान अभी भी संबंधित मिलर को पहुंचा नहीं है। संबंधित पैक्सों को अविलंब धान पहुंचाना सुनिश्चित करने को कहा। ताकि संबंधित किसानों को धान की राशि का भुगतान किया जा सके। ऐसा नहीं करने पर पैक्सों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। इस कार्य को उच्च प्राथमिकता के तहत बीएसओ/एमओ को सुनिश्चित करने को कहा।
कृषि - सहकारिता कराएं किसानों का पंजीकरण
मौके पर कृषि एवं सहकारिता विभाग के पदाधिकारियों को जिले के किसानों का पंजीकरण कराने का निर्देश दिया। डीडीसी ने धान की खेती करने वाला कोई भी किसान विभाग में पंजीकरण कराने से वंचित नहीं रहे यह सुनिश्चित करें। ताकि धान विक्रय के समय उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।
बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्रीमती शालिनी खालखो, जिला कृषि पदाधिकारी मो. साहिद, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी (बीएसओ), मार्केटिंग ऑफिसर (एमओ), विभिन्न पैक्सों के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
0 Comments