विशेष अभियान चलाकर नशे के नेक्सेस को करें ध्वस्त, निषिद्ध मादक पदार्थों पर जीरो टोलरेंसः उपायुक्त
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15 दिनों में सभी संबंधित विभाग समन्वय स्थापित कर करें विस्तृत एक्शन प्लान तैयार, एसडीओ नियमित चलाएं छापेमारी अभियान
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बिना लाइसेंस कोई भी दवा दुकान नहीं हो क्षेत्र में संचालित, वैद्य पर्ची पर ही दुकानदार दवा कराएं उपलब्ध
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समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त ने एनकोर्ड कमेटी का किया बैठक, दिया जरूरी दिशा – निर्देश
समाहरणालय स्थित सभागार में सोमवार को उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने एनकोर्ड (नेशनल नार्कोटिक्स कोर्डिनेशन) की जिला स्तरीय समिति की बैठक किया। बैठक में जिला में नशे की गिरफ्त से बच्चों, किशोरों व युवाओं को दूर रखने पर विस्तृत चर्चा की गई। इस क्रम में नशा करनेवालों द्वारा नशे के विभिन्न तरीकों के इस्तेमाल व उनकी उपलब्धता पर चर्चा की गई और नशीली चीजों पर रोक लगाने हेतु आवश्यक अभियान चलाये जाने का निदेश पुलिस विभाग को दिया गया।
उपायुक्त ने इसके पूरे नेक्सेस को ध्वस्त करने को कहा। संबंधित विभागों को जीरो टोलरेंस नीति के तहत कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस प्रशासन को निर्देशित किया कि वे सिर्फ़ खुदरा बिक्री करने वालों पर नहीं बल्कि पूरी सप्लाई चेन पर नजर रखें। इस काम में शामिल फाइनेंसर, आपूर्तिकर्ता और संरक्षणदाता सभी को कानून के दायरे में लाकर कार्रवाई करें।
किशोरों - युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाना प्राथमिकता
उपायुक्त ने बैठक में कहा कि नशा हमारी युवा पीढ़ी के भविष्य को अंधकार में धकेलता है। हमें एकजुट होकर समाज को इस अभिशाप से मुक्त करना होगा। उन्होंने पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक कल्याण, उत्पाद विभाग सहित सभी संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर प्रभावी कार्रवाई करने को कहा।
15 दिनों में सभी विभाग तैयार करें विस्तृत एक्शन प्लान
उपायुक्त ने कहा कि अगले 15 दिनों में सभी विभाग मिलकर एक संयुक्त एक्शन प्लान तैयार करें, जिसमें रोकथाम, जन जागरूकता, कानूनी कार्रवाई और पुनर्वास जैसे सभी पहलु शामिल हो। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर इस पर काम करें।
एसडीओ-एसडीपीओ करें नियमित छापेमारी, रखें विशेष निगरानी
उपायुक्त ने दोनों (चास/बेरमो) अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से छापामारी अभियान चलाएं, खासकर शैक्षणिक संस्थानों, हॉस्टलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों के आसपास। नशे के श्रोत की पहचान कर पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने पर काम करें।
बिना लाइसेंस दवा दुकानें बंद हों, पर्ची के बिना न मिले दवा
स्वास्थ्य विभाग एवं ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिया कि बिना वैध लाइसेंस के कोई भी मेडिकल दुकानों संचालित नहीं हो। दुकानदारों को सख्त हिदायत दें कि केवल पंजीकृत डॉक्टर की वैध पर्ची पर ही दवाओं की बिक्री की जाए, अन्यथा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जन - जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें
उपायुक्त ने कहा कि स्कूल, कॉलेज, पंचायत और समुदाय स्तर पर जन - जागरूकता अभियान चलाएं। युवाओं को सही मार्गदर्शन देना, पुनर्वास केंद्रों को सशक्त करना और अभिभावकों को सतर्क बनाना भी अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने दवा दुकानों के बाहर ऐसा पोस्टर/फ्लैक्स लगाने को कहा जिसमें स्पष्ट रूप से अंकित हो कि उनके यहां निषिद्ध मादक पदार्थों/दवाओं की बिक्री नहीं होती है।
मौके पर उप विकास आयुक्त श्रीमती शताब्दी मजूमदार,अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो श्री मुकेश मछुआ,जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रवि कुमार, प्रभारी पदाधिकारी जिला सामान्य शाखा श्री पियूष, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता, सीटी डीएसपी श्री आलोक रंजन, कृषि पदाधिकारी मो. शाहिद अंसारी समेत अन्य उपस्थित थे।
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