गोड्डा में किसानों का मजबूत सहारा बना अदाणी फाउंडेशन
झारखंड के गोड्डा जिले के अधिकतर किसान धान उगाते हैं इस फसल में पानी की ज्यादा खपत होती है लेकिन क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण उपज कम ही रही है। अदाणी फाउंडेशन ने जल भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए तालाबों के पुनरुद्धार की पहल शुरु की है, जिससे पूरे वर्ष किसानों को मदद मिल सके। इस अभियान में गोड्डा बिजली संयंत्र के 10 किमी के दायरे में आने वाले गांवों को शामिल किया गया और अब तक 80 से अधिक तालाबों को भर दिया गया है। एक अधिकारी के मुताबिक अब वो किसानों के लिए 4 लाख क्यूसेक अतिरिक्त पानी जमा कर सकेंगे।
गोड्डा में मोतिया गांव के पंचायत प्रमुख अशोक चौधरी बताते है कि "पिछले कुछ साल बहुत कठिन रहे हैं, बहुत कम बारिश हुई और किसानों को भारी नुकसान हुआ। इस बार हम शुरुआती बारिश से खुश थे लेकिन उसके बाद सूखा पड़ गया है, किसानों ने धान की बुआई शुरू कर दी थी और अब, वे चिंतित हैं।"
उन्होनें आगे यह भी बताया कि “इनमें से अधिकांश तालाबों की वर्षों से सफाई नहीं की गई थी। अकेले हमारे मोतिया पंचायत क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक तालाबों को अदाणी फाउंडेशन द्वारा पुनर्जीवित किया गया है। अगर पर्याप्त बारिश हुई तो तालाब भर जाएंगे और इससे किसानों को फायदा होगा, “मानसून अप्रत्याशित है और किसान अपने खेतों में पानी देने के लिए स्थानीय स्रोतों पर ही निर्भर हैं। तालाब पुनरुद्धार की पहल काफी मददगार होगी।”
सोनडीहा, मोतिया, डुमरिया, बकसरा, पेटबी, पटवा, बसंतपुर और रंगनिया गांव के तालाबों को भरा गया है और इससे 20 हजार से ज्यादा किसानों को फायदा होगा।
बारिश की कमी के कारण क्षेत्र के ज्यादातर किसान एक ही फसल उगाते हैं। रंगनिया गांव के कपिलदेव सिंह ने कहा, ''अतिरिक्त जल भंडारण क्षमता से किसानों के पास कई फसलों का विकल्प होगा। उन्होंने कहा, इससे हमारी आय बढ़ेगी।''
इस साल लगभग 434 मिमी बारिश होने की उम्मीद थी। लेकिन इस साल अब तक सिर्फ 236 मिमी बारिश ही दर्ज की गई है।
सोनडीहा के किसान बिमल साह ने कहा “हमें उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में अच्छी बारिश होगी। अगर तालाब भर जाते हैं, तो इससे हमें कुछ राहत मिलेगी, ” ।
अधिकारियों ने कहा, तालाबों में ड्रेजिंग और खुदाई का काम कई चरणों में किया गया है। फिलहाल काम पूरा हो चुका है और वे भविष्य में और अधिक क्षेत्रों को कवर करने पर विचार करेंगे।
0 Comments