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चन्द्रयान 3 |
नई दिल्ली। चंद्रयान-3 अब 14 जुलाई को लॉन्च किया जाएगा। यह जानकारी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से साझा की।
इसरो ने ट्वीट कर बताया कि चंद्रयान-3 मिशन श्रीहरि कोटा से 14 जुलाई को दोपहर 2.30 बजे लॉन्च किया जाएगा। इसरो प्रमुख सोमनाथ के अनुसार चंद्रयान-3 मिशन के तहत इसरो 23 अगस्त या 24 अगस्त को चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का प्रयास करेगा।
चंद्रयान -3 धरती के नेचुरल उपग्रह चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और कई प्रकार की जांच करेगा। इसमें एक आर्बिटर एक लैंडर और एक रोवर है। इस बार इसरो का पूरा ध्यान इसके चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिगं पर है। इससे पहले लांचिंग की तारीख 5 जुलाई रखी गई थी। मिशन सफल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले चंद्रयान-2 को चंद्रमा पर सुरक्षित लैंडिंग के लिए भेजा गया था, जो चंद्रमा की सतह पर उतरने के अपने आखिरी चरण में विफल रहा था। चंद्रयान-2 के लैंडर की चंद्रमा की सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई थी, जिसकी वजह से उसका पृथ्वी पर मौजूद नियंत्रण कक्ष से संपर्क टूट गया था।
चंद्रयान के लिए इसरो मिशन
इसरो ने चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए चंद्रयान मिशन लॉन्च किया है। चंद्रयान 1 मिशन को 22 अक्टूबर 2008 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश से लॉन्च किया गया था। इसने एक मून इंपैक्ट प्रोब लॉन्च किया जिसे चंद्रमा की सतह पर टकराया गया और उसनेचंद्रमा की सतह पर पानी की एक छोटी मात्रा की खोज की।
चंद्रयान 2 को 2 जुलाई 2019 को लॉन्च किया गया था। मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर एक रोवर उतारना था। हालाँकि चंद्र लैंडर विक्रम 7 सितंबर 2019 को चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और रोवर प्रज्ञान को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतारने में यह असफल रहा।
चंद्रयान 3: एक नजर में
14 जुलाई 2023 की दोपहर 2:35 बजे Chandrayaan-3 चंद्रमा की ओर उड़ान भरेगा. करीब 45 से 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास इसकी लैंडिंग होगी. चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया जा रहा है. लॉन्चिंग श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 2 से होगी.
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