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तालाबों में भर गया पानी, किसानों के चेहरों पर छाई खुशी, अदाणी फाउंडेशन के तालाब जीर्णोद्धार कार्यक्रम से हो रहा कायाकल्पअदाणी फाउंडेशन द्वारा 10 किमी दायरे में 80 से अधिक तालाब का जीर्णोद्धार 4 लाख क्यूसेक अतिरिक्त जलसंग्रह की व्यवस्था

तालाबों में भर गया पानी, किसानों के चेहरों पर छाई खुशी,  अदाणी फाउंडेशन के तालाब  जीर्णोद्धार कार्यक्रम से हो रहा कायाकल्प

अदाणी फाउंडेशन द्वारा 10 किमी दायरे में 80 से अधिक तालाब का जीर्णोद्धार 
4 लाख क्यूसेक अतिरिक्त जलसंग्रह की व्यवस्था 

 गोड्डा - भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को एक ओर जहां बारिश से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर झमाझम हुई बरसात से गोड्डा के किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बीते दो सालों से सूखे की मार झेल रहे गोड्डा के किसान बारिश के बाद रुकी हुई खरीफ फसलों की तेजी से बुआई में जुट गए हैं।
विभागीय आंकड़े बताते हैं इस साल अबतक अनुमान से अधिक बारिश हुई है. 6 जुलाई तक 270.9 मिमी बारिश हुई है जो कि अनुमान से 25 प्रतिशत अधिक है. किसान इस बात से तो खुश हैं ही कि उनके खेत पानी से लबालब भरे पड़े हैं, बल्कि नदियों और तालाबों में भी पानी का जलस्तर बढता देख उन्हें खासी तसल्ली है. अदाणी पावर प्लांट के निकटवर्ती गांव मोतिया, डुमरिया, बक्सरा, पेटबी, पटवा, रंगनिया, बसंतपुर और सोनडीहा गांवों के किसान इस बार विशेष रूप से उत्साहित हैं.

कारण बीते दो सालों से वर्षा नहीं होने के चलते गांव के अधिकतर तालाब सूख रहे थे लेकिन अब उनके तालाब पानी से लबालब हैं.
दरअसल अदाणी पावर प्लांट के 10 किमी के दायरे में 80 से अधिक तालाबों का कायाकल्प अदाणी फाउंडेशन की ओर से कराया गया है. तालाबों के जीर्णोद्धार से न केवल सिंचाई के लिए पानी के भंडारण की व्यवस्था हुई है, बल्कि भूजल पुनर्भरण और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिला है।
अदाणी फाउंडेशन के अधिकारी कहते हैं, अच्छी बारिश के बाद इन तालाबों में लगभग 4 लाख क्यूबिक मीटर अतिरिक्त जलसंग्रह हो सकेगा, जिससे मौनसून के बाद भी फसल की सिंचाई के लिए प्रचुर मात्रा में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हो जाएगी। ” 

पुनर्जीवित तालाब न केवल अदाणी फाउंडेशन के परिवर्तनकारी प्रयासों का प्रमाण हैं, बल्कि किसानों के लिए आशा की किरण भी हैं. मोतिया गांव के किसान हेमंत यादव, आँखों में खुशी की चमक के साथ कहते हैं, " तालाब अब भर गए हैं, हमारी फसलें अब पानी के बिना बर्बाद नहीं होगी. हम अपार खुशी से भरे हुए हैं जिसे शब्दों में पूरी तरह से व्यक्त नहीं किया जा सकता है। अदाणी फाउंडेशन ने हमें नई आशा दी है।”

पानी से भरे खेतों का नजारा और किसानों के चेहरों से झलकती खुशी अदाणी फाउंडेशन और किसान समुदाय के बीच सहयोग के सकारात्मक प्रभाव का नमूना पेश करता है।  इस पहल ने न केवल परिदृश्य को बदल दिया है, बल्कि प्रगति और आशावाद के बीज भी बोए हैं.

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