■ बच्चों को लैंगिक अपराधो से बचाने के लिए कानून के साथ-साथ इसके सभी स्टेकहोल्डर्स को भी संवेदनशील होकर कार्य करने की जरूरत है- पीडीजे...
■ न्याय सदन में District Level Multi Stake Holders Consultation के तहत पोक्सो एक्ट एवं जे. जे. एक्ट पर एक कार्यशाला का किया गय आयोजन...
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बोकारो :- राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली तथा झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, राँची के निर्देशानुसार एवं माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो श्री संतोष कुमार की अध्यक्षता में आज दिनांक 21.02.2024 को जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो की ओर से न्याय सदन में District Level Multi Stake Holders Consultation के तहत पोक्सो एक्ट एवं जे. जे. एक्ट पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो श्री संतोष कुमार, के द्वारा दी प्रज्जवलन कर कार्यकम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय बोकारो श्री राजीव रंजन, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो सुश्री नीभा रंजना लकड़ा, सब जज तींदा खान एवं प्रभारी न्यायाधीश, डॉ एच के मिश्रा, डॉ विनीता, पुलिस अधीक्षक श्री पवन वर्णवाल एवं लोक अभियोजक श्री विरेन्द्र कुमार, बाल कल्याण समिति के सदस्यगण बोकारो, एल०ए०डी०सी०एस० अधिवक्ता, सदस्यगण एवं अन्य अधिवक्तागण, सरकारी विभागों के पदाधिकारीगण, पुलिस विभाग के पदाधिकारीगण, कर्मचारीगण, मीडिया कर्मीगण, पी०एल०वी०, आदि उपस्थित रहे।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री संतोष कुमार ने कहा कि पोक्सो एक्ट लागू होने में 10 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है इसके बावजूद हमारे देश और समाज में छोटे-छोटे बच्चों के प्रति लैंगिक अपराधों में कमी नहीं हो रही है। बच्चों को लैंगिक अपराधो से बचाने के लिए कानून के साथ-साथ इसके सभी स्टेकहोल्डर्स को भी संवेदनशील होकर कार्य करने की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए नालसा, नई दिल्ली और झालसा राँची की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होनें कहा कि अपने बच्चों से हर छोटी-बड़ी समस्या के बारें में पूछें और उनसे मित्रता पूर्वक व्यवहार करें।
पोक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश श्री राजीव रंजन ने पोक्सो केस की जांच में पुलिस पदाधिकारियों, चिकित्सकों, विशेष लोक अभियोजन, प्रोबेशन पदाधिकारी सहित अन्य लोगों की भूमिका तथा उनके क्षमता संवर्द्धन के बारे में जानकारी दी। उन्होने जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्यों के इस्तेमाल की भी बात कही। तदोपरांत, डॉ विनिता, पुलिस उपाधीक्षक, अधिवक्ता प्रीती द्वारा पोक्सो मामलों में अपने अनुभव साझा किये गये।
उक्त जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो के सचिव सुश्री नीमा रंजना लकड़ा के द्वारा दी गई।
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