■ पैलियेटिव केयर में यह सारी सुविधा उपलब्ध है जो एक लाइलाज मरीज के जीवन को Painful Death होने से बचाया जा सके- सिविल सर्जन, बोकारो....
■ आज दिनांक 02 जून,2023 को सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद के द्वारा पैलियाटिव केयर का विस्तारीकरण सदर असपताल में किया गया
■ उक्त पैलियेटिव केयर में मुख्यता कैंसर, एडस हृदय रोग, गुर्दा फेल या कोमा के मरीजों का देखभाल किया जायेगा
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बोकारो :- आज दिनांक 02 जून,2023 को सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद के द्वारा पैलियाटिव केयर का विस्तारीकरण सदर असपताल में किया गया। *सिविल सर्जन डा० प्रसाद* ने बताया कि पैलियेटिव शब्द ग्रीक भाषा के लिएटिव से लिया गया है जिसका अर्थ होता है दर्द से मुक्ति । अग्रेजी के शब्द कैयर से इसे जोड़ा गया जिसका मतलब दर्द से मुक्ति दिलाने हेतु देखभाल करना। पैलियेटिव केयर में मुख्यता कैंसर की आखरी स्टेज में पीड़ित मरीज को असहनीय दर्द होता है। इस दौरान डाक्टर उनका दर्द कम करने के लिये इलाज करते है, जिससे उनका बीमारी तो ठीक नहीं होता है परन्तु दर्द में उसे मानसिक, सामाजिक रूप से काफी आराम मिलता है। इस पैलियेटिव केयर में मुख्यता कैंसर, एडस हृदय रोग, गुर्दा फेल या कोमा के मरीजों का देखभाल किया जायेगा। साथ ही बताया कि पैलियेटिव केयर में यह सारी सुविधा उपलब्ध है जो एक लाइलाज मरीज के जीवन को Painful Death होने से बचाया जा सके।
नोडल पदाधिकारी एन०सी०डी० डा० सेलिना टूडू ने बताया कि पैलियेटिव केयर में असहनीय पीडा से गुजर रहे रोगों की देखभाल के लिये नर्सिंग स्टाफ उनकी सेवा में लगी रहेगी। इसके अलावा मनोचिकित्सक, योग विशेषज्ञ, डायटीशियन, धार्मिक गुरु आदि पूरी टीम रोगी की जीवन को सरल और पीड़ा को कम करने का काम करेंगे।
इस अवसर पर उपाधीक्षक सदर अस्पताल बोकारो डा० बी०पी० गुप्ता, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी बोकारो डा० शेख जफरुल्लाल अनसारी, जिला आर०सी०एस० पदाधिकारी डा० एन०पी० सिंह, डा० प्रशान्त कुमार मिश्रा, डा० उत्तम कुमार आरती कुमारी मिश्रा, मो० असलम, मुकेश कुमार, असीम कुमार, छोटेलाल दास एवं सुजाता आरोहन आदि उपलब्ध थे।
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