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तपस्वी मौनी बाबा का जमालपुर आश्रम मे हुआ स्वागत......

तपस्वी मौनी बाबा का जमालपुर आश्रम मे हुआ स्वागत...... सज्जन कुमार गर्ग                   
मुंगेर।साधना धर्म का एक आवश्यक अंग हैं बिना साधना के धर्म की कल्पना तक नही की जा सकती। सभी लोग किसी न किसी रूप  मे ईश्वर की अराधना करते है लेकिन संसार मे विभिन्न प्रकार के लोग रहते हैं उनका भिन्न भिन्न  चरित्र होता हैं और उनकी भिन्न भिन्न इच्छाए  भी होती हैं यह विविधता उनकी साधना के कारणो मे भी पाई जाती हैं यही पर एक और प्रश्न  भी उठता हैं कि आखिर मनुष्य साधना करता क्यों  हैं इसका कोई उत्तर  नही है क्योंकि  साधन एक नही हैं,कोई धन रूपया भौतिक  आवश्यकताओ की पूर्ति के लिए ईश्वर की साधना करता हैं तो कोई स्वर्ग के लिए और कोई सिर्फ ईश्वर की भक्ति के लिए साधना करता हैं वही दुसरी ओर  साधु संतो की साधना करने के तरीके भी  निराले हैं इनमें कोई तीर्थाटन करते  तो कोई संत सारी सुख सुविधाएं छोड बर्षो से मौन धारण रखकर ईश्वर की भक्ति मे लीन है। महाराष्ट्र से तपस्वी मौनी बाबा जमालपुर स्थित श्रीयोगमाया बडी दुर्गास्थान उदासीन आश्रम पहुंचने पर स्थान के महंंत डाँ मनोहर दास उदासीन ने तपस्वी मौनी बाबा संत शरण दास उदासीन को माता की चुनरी भेट कर स्वागत किया और आश्रम की गतिविधियों से अवगत कराया गया. मौके  पर बनारस  के कोठारी  महंंत डाँ लक्ष्मण  दास , पाण्डेय पुजारी गुलशन सहित स्थान के भक्त सेवक मौजूद थे।मौनी बाबा महाराष्ट्र स्थित बल्लारशाह नामक स्थान पर घनघोर जंगल मे एक कुटिया बनाई और वहां रहकर तपस्या करने लगे धीरे धीरे आश्रम का विस्तार भी किया बाबा के कुटिया मे एक सौ से अधिक गौमाता है बाबाजी ने एक रमणीक दिव्य स्थान बनाया हैं तपस्वी मौनी बाबा संत शरण दास जी लगभग पचास बर्षो से मौन व्रत धारण किए हुए हैं और सिर्फ दुध पीकर ही रहते हैं तपस्वी मौनी बाबा ने लिख कर बताया कि मन की वृतियों को बाहर के विषयो से हटाना एवं परमात्मा के श्रीचरणो मे लगाना उनका मुख्य मकशद है उन्होंने कहा कि अन्य त्याग करने का मतलब मन को नियंत्रण करना हैं कहा गया है. "जैसा खाओगे आप अन्न वैसा ही होगा आपका मन" बाबा जी बहुत ही विनम्र एवं निर्मल चित्तवृत्ति स्वभाव के मिलनसार एवं भजनानंदी संत हैं इनकी उम्र लगभग एक सौ वर्ष से अधिक है इन्होंने दस वर्ष की बाल्यावस्था में ही गृहस्थाश्रम को छोड़कर गुरु आश्रम मे शरण लिए और गुरूश्रम मे बारह बर्षो तक गौशाला मे सेवा की मौनी बाबा योग क्रिया के भी जानकार है जमालपुर आश्रम मे मीडिया कर्मियों  से मुलाकात के दौरान   कई योगासन से रू ब रू कराए.. वर्तमान समय में मौनी बाबा के बनारस  सहित कई स्थानो पर आश्रम है।

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