वाहन चलाते समय मोबाइल, हेड फोन, इयर बड्स का उपयोग न करने के लिए छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को प्रेरित किया- डीटीओ, बोकारो....
=============================
हम सभी सुरक्षित यात्रा करेंगे और दूसरों को भी सुरक्षित यात्रा करने के लिए प्रेरित करेंगे - डीटीओ, बोकारो...
=============================
जिन बच्चों की उम्र 18 से कम है वे कृपया किसी प्रकार का वाहन न चलाए - डीएसपी, यातायात...
=============================
सड़क सुरक्षा को लेकर डीटीओ ने स्कूल के बच्चों व शिक्षकों को शपथ दिलाया...
=============================
सड़क सुरक्षा अभियान के तहत द पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन...
आज दिनांक 21 जुलाई, 2025 को उपायुक्त श्री अजय नाथ झा के निदेशानुसार बोकारो स्टील सिटी अंतर्गत सेक्टर 12 स्थित द पेंटीकॉस्टल असेंबली स्कूल में जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीमती वंदना सेजवलकर एवं पुलिस उपाधीक्षक यातायात श्री विद्या शंकर एवं जिला सड़क सुरक्षा टीम द्वारा छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों के बीच सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को बताया गया कि वाहन चलाते समय हेलमेट एवं सीट बेल्ट जैसे सुरक्षित उपकरणों के इस्तेमाल से कैसे सड़क दुर्घटनाओं से बचे इसके बारे में बताया गया। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग करना काफी खतरनाक हो सकता है। यातायात नियम का कड़ाई से पालन करने के लिए सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों के बीच शपथ ग्रहण करवाया गया। उन्होंने कहा कि ऐसी गलती न करें और कड़ा रुख अपना कर अपने परिवार को भी सुरक्षा का पाठ पढ़ाये। छात्रों को सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
वाहन चलाते समय मोबाइल, हेड फोन, इयर बड्स का उपयोग न करने के लिए छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को प्रेरित किया-
जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीमती वंदना सेजवलकर ने छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को बताया कि वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट, जूता इत्यादि का उपयोग कर कैसे सड़क पर होने वाले दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। वाहन चलाते समय मोबाइल, हेड फोन, इयर बड्स का उपयोग न करने के लिए छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई को लेकर कई टिप्स भी दिए। साथ ही बताया कि दुर्घटना में ज्यादातर मृत्यु बाइक से हो रही है तथा सबसे अधिक दुर्घटना के शिकार लोग बाइक चलाने वाले ही हैं। इससे पता चलता है कि शहरी क्षेत्र में निर्धारित गतिसीमा से अधिक रफ्तार और ओवरटेक तथा असंतुलित होकर तेज रफ्तार से वाहन चलाने और लापरवाही से वाहन चलाने के अतिरिक्त बिना हेलमेट/सीट बेल्ट आदि सुरक्षा उपकरण के इस्तेमाल के बिना गाड़ी ड्राइव करने से एवं अल्कोहल सेवन करने से तथा ट्रिपल राइड करने से दुर्घटना होती है। साथ ही डीटीओ व डीएसपी ने उपस्थित विद्यार्थियों से अपील किया कि वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग ना करें और ना ही किसी को करने दें, शराब पीकर वाहन न चलाएं एवं पीकर चलाने भी ना दें। उन्होंने बताया थोड़ी सी चूक सड़क दुर्घटना का कारण बन सकती है, " सावधानी हटी, दुर्घटना घटी "।
जिन बच्चों की उम्र 18 से कम है वे कृपया किसी प्रकार का वाहन न चलाए-
पुलिस उपाधीक्षक यातायात श्री विद्या शंकर ने सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करने तथा करवाने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा ऐसी गलती न करें और कड़ा रुख अपना कर अपने परिवार को भी सुरक्षा का पाठ पढ़ाए। साथ ही उन्हें भविष्य में सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा इन सबको देखते हुए सभी तरह के नियमों का पालन नियमित रूप से किया जाएं तो भविष्य उज्जवल हो सकती है। साथ ही कहा जिन बच्चों की उम्र 18 से कम है वे कृपया किसी प्रकार का वाहन न चलाए।
डीटीओ ने दिलाया शपथ -
जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीमती वंदना सेजवलकर ने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की महत्वपूर्ण पहल जिसका उद्देश्य सड़क हादसों को कम करना एवं यातायात नियम के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस दौरान हम सभी यह संकल्प लेते हैं कि हम सभी सुरक्षित यात्रा करेंगे और दूसरों को भी सुरक्षित यात्रा करने के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही सड़क सुरक्षा का अनुपालन करने और अपने परिवार के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने सभी को सड़क सुरक्षा को लेकर शपथ दिलाया जिसमें कहा कि हम सभी शपथ लेते हैं कि... " एक जिम्मेदार सड़क उपयोग करता है की भूमिका निभाते हुए- सभी यातायात नियमों का पालन करेंगे। साथ ही सड़क पर और सावधानी पूर्वक चलेंगे । कभी भी दौड़कर सड़क पार नहीं करेंगे। अधिकृत ड्राइविंग उम्र होने पर ही वाहन चलाएंगे। बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन नहीं चलाएंगे। दो पहिया वाहन चलाते समय या सफर करते समय हेलमेट जरूर पहनेंगे । चार पहिया वाहन चलाते या सफर का समय सीट बेल्ट जरूर लगाएंगे । वाहन चलाते समय गति पर नियंत्रित रखेंगे। खतरनाक ढंग से वाहन कभी नहीं चलाएंगे। वाहन चलाते समय कभी भी किसी प्रकार का नशा का प्रयोग नहीं करेंगे। आपातकालीन सेवा वाले वाहनों को पहले जाने का रास्ता देंगे। सड़क पर अन्य लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। नेक नागरिक की भूमिका निभाते हुए दुर्घटना में हुए घायलों की मदद करेंगे और प्रत्येक व्यक्ति को प्रेरित करेंगे कि वह भी इनका पालन करें। "
जागरूकता अभियान के तहत जिला सड़क सुरक्षा समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
0 Comments