Translate

समाहरणालय में अग्नि से बचाव को लेकर कार्यशाला का हुआ आयोजन।

समाहरणालय में अग्नि से बचाव को लेकर कार्यशाला का हुआ आयोजन। 

======================== 

आगजनी की माक ड्रिल का भी हुआ सफल आयोजन, अग्निशमन सेवा सप्ताह के तहत किया गया आयोजन। 

======================== 

जिले के वरीय पदाधिकारी सह कर्मी हुए कार्यशाला में शामिल, आग की घटना से घबड़ाएं नहीं, उससे बचाव करें। 

======================== 

 
अग्निशमन सेवा सप्ताह के अंतर्गत समाहरणालय स्थित सभागार में मंगलवार को कार्यशाला एवं समाहरणालय परिसर में एक प्रभावशाली और व्यावहारिक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता डीपीएलआर निदेशक श्रीमती मेनका ने किया। मौके पर अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, डीसीएलआर चास श्री प्रभाष दत्ता, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री प्रेम चंद सिन्हा, जिला सहकारिता पदाधिकारी श्रीमती श्वेता गुड़िया, जिला अग्निशमन पदाधिकारी श्री भगवान ओझा, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी श्री शक्ति कुमार, नोडल पदाधिकारी श्री पंकज दूबे, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत सभी विभागों के अधिकारी/कर्मी आदि उपस्थित थे। 

कार्यशाला एवं मॉक ड्रिल का उद्देश्य पदाधिकारी/कर्मियों को अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूक करना, आपदा प्रबंधन के अंतर्गत त्वरित प्रतिक्रिया की प्रक्रियाएं समझाना और आपातकालीन स्थितियों में प्रभावी ढंग से कार्य करने की क्षमताओं को परखना था। 

जिला अग्निशमन पदाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने क्रमवार आग लगने की घटना के बाद की स्थिति से निपटने व सुरक्षा के संबंध में बिंदुवार जानकारी दी। 

जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने आग की परिभाषा, आग किन – किन कारणों से लगती है, आग को किन कैटेगरी (ए,बी,सी एवं डी) में बांटा गया है। किस कैटेगरी की आग को कैसे बुझाया जा सकता है। इसके बचाव को लेकर अग्निशमन यंत्र के इस्तेमाल के तरीके से भी सभी को अवगत कराया। घर में ज्यादातर एलपीजी गैस में आगजनी की घटना और ऐसे में क्या करना है, उदाहरण दिखाकर बताया। कहा कि आगजनी की घटना से घबड़ाना – डरना नहीं है, सुरक्षा उपायों का पालन करना है। 

जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी ने समाहरणालय में आगजनी की घटना एवं बचाव को लेकर आयोजित माक ड्रिल के संबंध में बताया। अगर वास्तविकता में भी कभी आगजनी की घटना होती है तो कर्मियों को इन निर्देशों का अनुपालन आवश्यक हैं। 

पूरा अभ्यास अग्निशमन विभाग की दक्ष टीम द्वारा पूर्ण अनुशासन और व्यावसायिकता के साथ संचालित किया गया। जिससे उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को वास्तविक परिस्थिति में अपनाई जाने वाली रणनीतियों की स्पष्ट समझ मिली।

मौके पर अपर समाहर्ता ने कार्यशाला एवं मॉक ड्रिल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आम लोगों को जीवन रक्षक प्रक्रियाओं से अवगत कराना भी आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों/कर्मियों से अपील किया कि किसी भी अग्नि दुर्घटना की स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि संयम और सूझबूझ से काम लेते हुए अग्रिशमन विभाग को तुरंत सूचित करें और अग्नि से सुरक्षा नियमों का पालन करें।

Post a Comment

0 Comments