मो० शबा की रिपोर्ट
तेनुघाट ---- गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती के मौके पर 2 अक्टूबर को तेनुघाट जेल में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया । कानूनी जागरूकता शिविर में बंदियों को संबोधित करते हुए एसीजेएम मनोज कुमार प्रजापति ने सबसे पहले गांधी जयंती एवं शास्त्री जयंती की बधाई दी । बंदियों को शास्त्री जी और गांधी जी का मूल सिद्धांत के बारे में जानकारियां दी और उनके बताए गए मार्ग पर चलने को कहा । आगे बताया कि हमें अपने आसपास स्वच्छ रखना चाहिए । इसलिए आप भी स्वच्छता को बरकरार रखते हुए जेल को स्वच्छ रखें । जिससे हमें बीमारियों से दूर रहा जा सकता है । साथ ही बंदियों को उनके अधिकारों की जानकारियां देते हुए बताया कि वैसे बंदी जो स्वयं के खर्च पर अपना अधिवक्ता रख पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली के निर्देश पर लीगल एड डिफेंस काउंसिल के तहत अधिवक्ताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो उन बंदियों के केस में संबंधित न्यायालय में निरंतर पैरवी करते हैं । अधिवक्ता मो सबीर ने भी बंदियों को बताया कि हमें हमेशा कानून के दायर दायरे में चलना चाहिए । जिससे हमें कभी भी किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा । मंच संचालन कर रहे हैं अधिवक्ता सुभाष कटरियार ने बताया कि हमेशा हम गुस्से में आकर कोई ना कोई गलतियां कर देते हैं, इसलिए हमें कभी भी गुस्सा नहीं करना चाहिए । जिससे हम किसी भी प्रकार के गुनाह करने से बच सकते हैं । स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन करते हुए जेलर नीरज कुमार ने भी बंदियों को बताया कि यह जेल नहीं सुधार गृह है हमें यहां से अपने आप को सुधार कर और पड़ोस के लोगों भी गुनाह करने से रोकना होगा । इससे पूर्व सभी ने लाल बहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी की तस्वीर के ऊपर माल्यार्पण और फूलमाला अर्पित किया गया । वही 2 अक्टूबर के अवसर पर जेल से एक बंदी को रंजीत अग्रवाल को छोड़ा गया । बताते चले की तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार की अदालत से 29 अगस्त 2024 से बंद बंदी को जमानत पर छोड़ा गया । वहीं इस मौके पर लिपिक इश्तियाक अंसारी, कंप्यूटर ऑपरेटर विजय कुमार, पीएलवी मदन प्रजापति, आकाश कुमार, सचिन कुमार आदि मौजूद थे ।
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