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शिकारीपाड़ा प्रखंड में आधा अधूरा छोड़ दिया गया 2016-17 में स्वीकृत एक दर्जन आंगनबाड़ी केंद्र के भवन निर्माण का कार्य

शिकारीपाड़ा प्रखंड में आधा अधूरा छोड़ दिया गया 2016-17 में स्वीकृत एक दर्जन आंगनबाड़ी केंद्र के भवन निर्माण का कार्य

 *आंगनबाड़ी सेविका के घर में हो रहा है केन्द्र का संचालन,संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौन* 
 

शिकारीपाड़ा प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2016-17 में स्वीकृत लगभग एक दर्जन आंगनबाड़ी केंद्र के भवन निर्माण का कार्य आज भी अधूरा पड़ा है| जिसके कारण केंद्र का संचालन सेविका या सहायिका के घर में हो रहा है। शिकारीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगभग दो दर्जन आंगनबाड़ी केंद्र के भवन निर्माण का कार्य पंचायत एवं प्रखंड कार्यालय द्वारा प्रारंभ किया गया था, जिसमें आज भी एक दर्जन से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र के भवन का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है| कही छत की ढलाई हुई है, तो कहीं लिलटन तक कार्य हुआ है| कुछ जगहों पर डीपीसी तक ही कार्य करके छोड़ दिया गया है| मामले की जानकारी देने के लिए संबंधित पंचायत एवं प्रखंड के पदाधिकारी तैयार नहीं हैं। वित्तीय वर्ष 2016-17 में ही आंगनवाड़ी केन्द्र पलासी-2 के भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ था, जो प्रखंड कार्यालय से संचालित किया जा रहा था| इस कार्य के लिए दो पंचायत सचिवों को बारी-बारी से अभिकर्ता बनाया गया| राशि की निकासी तो हो गई, लेकिन केंद्र के भवन निर्माण का कार्य छत ढलाई कर छोड़ दिया गया| इतना ही नहीं इसके स्थल चयन में भी काफी लापरवाही बरती गई है| आज ग्रामीण हो या पदाधिकारी निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवन के अंदर घुसने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी, क्योंकि आंगनवाड़ी भवन में घुसने का कोई रास्ता ही नहीं है। इस केंद्र का संचालन आंगनबाड़ी सेविका शीला राय के घर में ही चल रहा है। शीला राय का कहना है कि मैंने उस जगह पर भवन निर्माण कार्य के लिए मना किया था, लेकिन संबंधित अधिकारी नहीं माने और ना ही मेरी बात को अहमियत दी | आज केंद्र अधूरा पड़ा हुआ है इसे देखने वाला कोई नहीं है। 
संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव रामजी प्रसाद साह से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि इस आंगनवाड़ी केंद्र के भवन का निर्माण कार्य प्रखंड स्तर से किया जा रहा था, इसलिए इसमें अभी तक कितनी राशि की निकासी हुई है यह बताना पंचायत के लिए संभव नहीं है। प्रखंड स्तर पर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा एवं प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के श्रावणी मेला ड्यूटी में होने के कारण उनसे संपर्क स्थापित नहीं हो सका, ताकि यह जानकारी मिले की वर्तमान समय में किसी सरकारी कर्मी को इसका अभिकर्ता बनाया गया है या नहीं और अभी तक कितनी राशि की निकासी हो चुकी है। 
बाल विकास परियोजना पदाधिकारी रंजना कुमारी कहती है कि केवल निर्माण कार्य हो रहा है इसकी मुझे जानकारी है| भवन निर्माण का कार्य किस स्तर तक हुआ है इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।

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