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श्री कबीर ज्ञान मंदिर में हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजन।

 श्री कबीर ज्ञान मंदिर में हुआ भव्य कार्यक्रम का आयोजन। 


गिरिडीह --- शहर के गौरव श्री कबीर ज्ञान मंदिर में माघ शुक्ल तृतीया के अवसर पर सद्गुरु विवेक साहब निर्वान महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया । इस अवसर पर शगुन और निर्गुण की संगम स्थल गुरु गोविंद धाम का स्थापना दिवस भी मनाया गया । आज प्रात हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तगण द्वारा अपने आराध्य की पावन समाधि में पूजन वंदन किया गया । बहुत अनुशासन तरीका से पंक्तिबद्ध होकर सभी ने पूजन किया । इस अवसर पर गिरिडीह और झारखंड ही नहीं पूरे भारतवर्ष से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा । दिव्या पवन समाधि के पूजन वंदन के पश्चात द्वितीय सत्र का कार्यक्रम आरंभ हुआ । जिसमें हिंदुत्व हमारी शान प्रभावी एकांकी का मंचन किया गया । एकांकी के मंचन से संदेश दिया गया कि हमारा धर्म सनातन धर्म कितना महान है अन्य मजहबियों की तुलना में हमारे धर्म की विशेषता क्या है । हमारे धर्म में नारी का सम्मान कितना है और दूसरे मजहबियों में लोलुपता की दृष्टि से नारी को कैसे देखा जाता है । ऐसा इसका प्रत्यक्ष उदाहरण इतिहास के पन्नों से दिया गया जिसका मंचन कबीर ज्ञान मंदिर के सेवाधारी द्वारा बहुत ही आकर्षक तरीके से किया गया । भगवान श्री राम का मर्यादा पुरुषोत्तम एक आदर्श, महाराज छत्रपति शिवाजी का आदर्श महाराज छत्रसाल का आदर्श और वहीं दूसरी ओर मुगल शासक अलाउद्दीन खिलजी की बर्बरता का रोमांचक दृश्य देखकर दर्शक वाह-वाह कर उठे। जर्रे जर्रे में परमात्मा बसता है इसका दर्शन करने के लिए इस भारत के पावन भूमि में जन्मे भक्त नामदेव जी का जीवन दर्शन को प्रस्तुत किया गया। 

वहीं दूसरी और गुरु की महत्व का दिग्दर्शन करने वाली भावुक्तियां पर नन्हे मुन्ने बच्चियों के द्वारा भाव नृत्य की प्रस्तुति की गई जिसका बोल था नमो नमो गुरुदेव जी।इस पुनीत अवसर पर बडी संखया मे भकतजण उपसथित थे।

इस अवसर पर सद्गुरु मां ज्ञान द्वारा रचित गीता ज्ञान दर्पण के सप्तम खंड का विमोचन किया गया, जिसका विमोचन जिसका विमोचन कोडरमा सांसद माननीय अन्नपूर्णा देवी जी द्वारा किया गया.

सबसे प्रसिद्ध गुरु मां ज्ञान द्वारा कहा गया......

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